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Sunday, March 12, 2017

कमल कुलश्रेष्ठ

समस्याओं का सामना करते हुए जीवन का आनंद लो



एक युवक प्राइवेट कंपनी में कार्यरत था वह अपनी जिंदगी से खुश नहीं था वो हर समस्या से परेशान था और उसी के बारे में सोचता रहता था एक बार शहर से कुछ दूरी पर महात्मा का काफिला रुका जब उस युवक को पता चला तो वह भी दर्शन के लिए उनके पास पहुंचा महात्मा जी के पास सैकड़ों भक्त अपनी परेशानी लेकर आए हुए थे जब उस युवक का नम्बर आया तो उसने कहा, 'मैं अपनी जिंदगी से बहुत दुःखी हूं। आप कोई ऐसा उपाए बताएं कि मेरी सभी परेशानियां दूर हो जाएं।
महात्मा जी मुस्कुराए और उन्होंने कहा, आज बहुत देर हो गई है मैं तुम्हारे प्रश्नों के उत्तर कल दूंगा लेकिन तुम मेरा एक छोटा सा काम करोगे हमारे काफिले में लगभग सौ ऊंट है, ऊंट की देखभाल करने वाला बीमार है मैं चाहता हूं तुम इन ऊंटों की देखभाल करो जब सभी ऊंट बैठ जाएं तो तुम सो जानाइतना कहकर महात्मा जी अपने तंबू में चले गए।
दिन हुआ तो महात्मा जी ने उस युवक से पूछा, बेटा क्या तुम्हें अच्छी नींद आई युवक ने कहा, मैं एक पल के लिए भी नहीं सो पाया मैनें सभी ऊंटों को बैठाने की पूरी कोशिश की लेकिन कोई न कोई ऊंट फिर खड़ा हो जातामहात्मा जी बोले, मैं जानता था यही होगा आज तक ऐसा कभी नहीं हुआ है कि ये सारे ऊंट एक साथ बैठ जाएंयुवक नाराज हो गया, वह बोला, जब आपको पता था तो आपने ऐसा करने के लिए क्यों कहा ?
तब महात्मा जी ने कहा, देखो जब तक एक समस्या का समाधान करने की कोशिश करोगे तो दूसरी समस्या खड़ी हो जाएगी जब तक यह जीवन है ये समस्याएं बनी रहेंगीकभी कम तो कभी ज्यादा इसलिए इन समस्याओं का सामना करते हुए जीवन का आनंद लो।


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